इस नाटक के माध्यम से हम यह बताना चाहते है कि अगर आप अपनी बेटियों को शिक्षा नहीं देते है तो भविष्य में उसे किन किन परिस्थितियों से गुजरना पड़ सकता है
यह नाटक मेरे गांव के प्राथमिक विद्यालय कुडईयन हीरापुर में आयोजित हुआ है जिसमें गांव के बच्चों द्वारा यह कार्यक्रम किया गया है